DR. JAGIR SINGH


Recent Events


Quick Navigation


New Additions


New Shabads recited by Dr. Jagir Singh Jee


Mere Saha Maen Har Darsan Sukh Hoye


ਧਨਾਸਰੀ ਮਹਲਾ ੪ ॥ Dhhanaasaree Mehalaa 4 ||धनासरी महला ४ ॥

ਮੇਰੇ ਸਾਹਾ ਮੈ ਹਰਿ ਦਰਸਨ ਸੁਖੁ ਹੋਇ ॥
Maerae Saahaa Mai Har Dharasan Sukh Hoe ||
मेरे साहा मै हरि दरसन सुखु होइ ॥
O my King, beholding the Blessed Vision of the Lord's Darshan, I am at peace.
ਹਮਰੀ ਬੇਦਨਿ ਤੂ ਜਾਨਤਾ ਸਾਹਾ ਅਵਰੁ ਕਿਆ ਜਾਨੈ ਕੋਇ ॥ ਰਹਾਉ ॥
Hamaree Baedhan Thoo Jaanathaa Saahaa Avar Kiaa Jaanai Koe || Rehaao ||
हमरी बेदनि तू जानता साहा अवरु किआ जानै कोइ ॥ रहाउ ॥
You alone know my inner pain, O King; what can anyone else know? ||Pause||
ਸਾਚਾ ਸਾਹਿਬੁ ਸਚੁ ਤੂ ਮੇਰੇ ਸਾਹਾ ਤੇਰਾ ਕੀਆ ਸਚੁ ਸਭੁ ਹੋਇ ॥
Saachaa Saahib Sach Thoo Maerae Saahaa Thaeraa Keeaa Sach Sabh Hoe ||
साचा साहिबु सचु तू मेरे साहा तेरा कीआ सचु सभु होइ ॥
O True Lord and Master, You are truly my King; whatever You do, all that is True.
ਝੂਠਾ ਕਿਸ ਕਉ ਆਖੀਐ ਸਾਹਾ ਦੂਜਾ ਨਾਹੀ ਕੋਇ ॥੧॥
Jhoothaa Kis Ko Aakheeai Saahaa Dhoojaa Naahee Koe ||1||
झूठा किस कउ आखीऐ साहा दूजा नाही कोइ ॥१॥
Who should I call a liar? There is no other than You, O King. ||1||
ਸਭਨਾ ਵਿਚਿ ਤੂ ਵਰਤਦਾ ਸਾਹਾ ਸਭਿ ਤੁਝਹਿ ਧਿਆਵਹਿ ਦਿਨੁ ਰਾਤਿ ॥
Sabhanaa Vich Thoo Varathadhaa Saahaa Sabh Thujhehi Dhhiaavehi Dhin Raath ||
सभना विचि तू वरतदा साहा सभि तुझहि धिआवहि दिनु राति ॥
You are pervading and permeating in all; O King, everyone meditates on You, day and night.
ਸਭਿ ਤੁਝ ਹੀ ਥਾਵਹੁ ਮੰਗਦੇ ਮੇਰੇ ਸਾਹਾ ਤੂ ਸਭਨਾ ਕਰਹਿ ਇਕ ਦਾਤਿ ॥੨॥
Sabh Thujh Hee Thhaavahu Mangadhae Maerae Saahaa Thoo Sabhanaa Karehi Eik Dhaath ||2||
सभि तुझ ही थावहु मंगदे मेरे साहा तू सभना करहि इक दाति ॥२॥
Everyone begs of You, O my King; You alone give gifts to all. ||2||
ਸਭੁ ਕੋ ਤੁਝ ਹੀ ਵਿਚਿ ਹੈ ਮੇਰੇ ਸਾਹਾ ਤੁਝ ਤੇ ਬਾਹਰਿ ਕੋਈ ਨਾਹਿ ॥
Sabh Ko Thujh Hee Vich Hai Maerae Saahaa Thujh Thae Baahar Koee Naahi ||
सभु को तुझ ही विचि है मेरे साहा तुझ ते बाहरि कोई नाहि ॥
All are under Your Power, O my King; none at all are beyond You.
ਸਭਿ ਜੀਅ ਤੇਰੇ ਤੂ ਸਭਸ ਦਾ ਮੇਰੇ ਸਾਹਾ ਸਭਿ ਤੁਝ ਹੀ ਮਾਹਿ ਸਮਾਹਿ ॥੩॥
Sabh Jeea Thaerae Thoo Sabhas Dhaa Maerae Saahaa Sabh Thujh Hee Maahi Samaahi ||3||
सभि जीअ तेरे तू सभस दा मेरे साहा सभि तुझ ही माहि समाहि ॥३॥
All beings are Yours-You belong to all, O my King. All shall merge and be absorbed in You. ||3||
ਸਭਨਾ ਕੀ ਤੂ ਆਸ ਹੈ ਮੇਰੇ ਪਿਆਰੇ ਸਭਿ ਤੁਝਹਿ ਧਿਆਵਹਿ ਮੇਰੇ ਸਾਹ ॥
Sabhanaa Kee Thoo Aas Hai Maerae Piaarae Sabh Thujhehi Dhhiaavehi Maerae Saah ||
सभना की तू आस है मेरे पिआरे सभि तुझहि धिआवहि मेरे साह ॥
You are the hope of all, O my Beloved; all meditate on You, O my King.
ਜਿਉ ਭਾਵੈ ਤਿਉ ਰਖੁ ਤੂ ਮੇਰੇ ਪਿਆਰੇ ਸਚੁ ਨਾਨਕ ਕੇ ਪਾਤਿਸਾਹ ॥੪॥੭॥੧੩॥
Jio Bhaavai Thio Rakh Thoo Maerae Piaarae Sach Naanak Kae Paathisaah ||4||7||13||
जिउ भावै तिउ रखु तू मेरे पिआरे सचु नानक के पातिसाह ॥४॥७॥१३॥
As it pleases You, protect and preserve me, O my Beloved; You are the True King of Nanak. ||4||7||13||

ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ : ਅੰਗ ੬੭੦


Kirtan by --Dr. Jagir Singh Chandigarh 9855640630

Index of New Shabads